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आईएफएस का फुल फॉर्म क्या होता है | What is the full form of IFS in hindi


आईएफएस का फुल फॉर्म क्या होता है | What is the full form of IFS in hindi 



आईएफएस का फुल फॉर्म Indian Foreign Service है। IFS का हिन्दी में मतलब भारतीय विदेश सेवा है। सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से UPSC उम्मीदवारों को भारतीय विदेश सेवा में भर्ती करता है। IFS सदस्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। IFS व्यापार, कूटनीति और सांस्कृतिक संबंधों जैसे अंतर्राष्ट्रीय मामलों से संबंधित है। इसके अलावा IFS के अन्तर्गत सरकार की विदेश नीतियों और विदेशों में भारतीय मिशनों के प्रबंधन का कार्य करता है।  

IFS का full form क्या होता है?
IFS का full form Indian Foreign Service होता है।

भारतीय विदेश सेवा या IFS भारतीय सरकार के तहत ग्रुप ए और ग्रुप बी सेंट्रल सेवाओं का प्रशासनिक और राजनयिक विभाजन है। कई उम्मीदवार नौकरी की नई चुनौतियों और अच्छे वेतन लाभों के कारण IFS अधिकारी बनना चाहते हैं। विभिन्न देशों की यात्रा करना और विभिन्न संस्कृतियों और व्यंजनों का अनुभव करना जिन लोगों को अच्छा लगता है वो इस तरह की नौकरी का चयन कर सकते है।

IFS के लिए पात्रता मानदंड:
 1:- उम्मीदवारों को भारत का नागरिक होना चाहिए।
 2:- उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना चाहिए या उसके समकक्ष योग्यता होनी चाहिए।
 3:- उम्मीदवारों की आवश्यक न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए है, और अधिकतम आयु सीमा परीक्षा के वर्ष में 1 अगस्त तक 31 वर्ष होनी चाहिए है। ( अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और शारीरिक रूप से विकलांग उम्मीदवारों को आयु में छूट दी गई है। )
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IFS FULL FORM = INDIAN FOREIGN SERVICE 


IFS अधिकारी भारत के बाहरी मामलों से संबंधित प्रशासनिक पदाधिकारी है। जिसमें कूटनीति, व्यापार और सांस्कृतिक संबंध शामिल हैं। अधिकारी उन नीतियों के निर्धारण और कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार होता है जो अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अन्य देशों के साथ भारत के संबंधों को नियंत्रित करते हैं। ये अधिकारी दूतावासों, उच्चायोग में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। भारत के राष्ट्रीय हितों की रक्षा करते हैं। वे विभिन्न मुद्दों पर समझौतों पर बातचीत करते हैं।


 IFS अधिकारी की आवश्यक कुशलता
 पारस्परिक कौशल
 अच्छा वक्ता 
 भारत की नीति, अर्थव्यवस्था और अन्तर्राष्ट्रीय मामलों   का ज्ञान
 कूटनीतिक दृष्टिकोण
 नेतृत्व और निर्णय 
 अद्भुत सहनशक्ति
 धैर्य 
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IAS के बाद यह सबसे लोकप्रिय प्रशासनिक सेवा है। इस विभाग में हर साल यूपीएससी 17-18 रिक्तियां प्रस्तुत करता है। यह पद प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों के बीच काफी कठिन प्रतिस्पर्धा होती है। 

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