सीडीएन का फुल फॉर्म क्या होता है | What is the full form of CDN in hindi
सीडीएन का फुल फॉर्म Content Delivery Network है। जब आप एक वेबसाइट बनाते हैं तो एक होस्टिंग कंपनी पर अकाउंट बनाते हैं । अपनी वेबसाइट की फाइल्स को वहां अपलोड करते हैं। यह होस्टिंग कंपनी इन सभी फाइल्स को अपने कंप्यूटर अथवा सर्वर पर सेव करती है। यह कंप्यूटर एक खास भौतिक लोकेशन पर होता है। आपने जो वेबसाइट बनाई है उसे विजिट करने वाला दुनिया में कहीं भी हो सकता है। आपकी वेबसाइट की फाइल्स उस एक लोकेशन से जो भी सर्च करने वाले विजिटर है उनकी लोकेशन तक बार-बार आती जाती है। वेबसाइट पर आने जाने वाला टाइम आपकी वेबसाइट को धीमा कर देता है। यहां सीडीएन का काम यही है कि आपकी वेबसाइट को स्लो ना होने दें।
CDN FULL FORM = CONTENT DELIVERY NETWORK
ये दुनिया भर में फैले सर्वर का एक नेटवर्क होता है जो आपकी वेबसाइट की फाइल को अपने टेंपरेरी मेमोरी में सेव कर लेते हैं और फिर किसी भी जगह से आपकी वेबसाइट पर आने वाला विजिटर जो आपकी वेबसाइट को विजिट करना चाहता है, उसे सबसे करीबी सर्वर से इन फाइल्स को डिलीवर कर दिया जाता है। इस पर तरह से आपकी वेबसाइट फास्ट हो जाती है
CDN से आपकी वेबसाइट की अवेलेबिलिटी बढ़ती है जब आपकी वेबसाइट किसी यूजर के डिवाइस में लोड होती है तो उस समय आपके सर्वर का सीपीयू और रेम बहुत ज्यादा लोड ले रहा होता है और अगर बहुत सारे विजिटर सर्वर पर एक साथ रिक्वेस्ट करते हैं तो सर्वर की स्पीड धीरे हो जाएगी यानी कि आपकी वेबसाइट धीमे हो जाएगी। अगर आप सीडीएन उपयोग करते हैं तो आपकी वेबसाइट की फाइल आपके यूजर को सीधे सीडीएन के नेटवर्क से मिलेगी यानी कि यूजर को आप के मुख्य सर्वर तक जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इस तरह से आपके सर्वर के लोड से आपकी वेबसाइट धीमें नहीं होगी।
सीपीएन आपकी वेबसाइट को अच्छी सिक्योरिटी भी प्रदान करती है अगर किसी खास ip-address से कोई संदिग्ध ट्रैफिक आता दिखाई देता है तो उसे वास्तविक समय में पता लगा सकते हैं।
सीडीएन आपकी वेबसाइट से फाइल को पिक कर लेते है लेकिन यूजर को उनकी डिवाइस के अनुसार ही फाइल दी जाती है सिर्फ वही फाइल यूजर के डिवाइस मे डाउनलोड होती है जिसकी उसे आवश्यकता होती है। इस तरह से वेबसाइट की परफॉर्मेंस बढ जाती है।
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