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capital kya hai

पूंजी (capital) क्या है?

जिस धनराशि को व्यवसाय का मालिक अपने व्यवसाय में लगाता है वह पूँजी (capital) कहलाती है। इसी धनराशि से व्यवसाय को शुरू किया जाता है।

पूंजी को दो भागों में बांटा गया है।
स्थिर पूंजी = जिस धनराशि का उपयोग सम्पत्तियो को प्राप्त करने के लिए किया जाता है उसे स्थिर पूंजी कहते है।

कार्यशील पूंजी = जो धनराशि व्यवसाय के दैनिक कार्यो के लिए उपयोग किया जाता है उसे कार्यशील पूंजी कहते है।
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पूंजी वह है जो मूल्य उत्पन्न करने की क्षमता को बढ़ाती है। इसका प्रयोग वित्तीय, सामाजिक, भौतिक, बौद्धिक इत्यादि श्रेणियों की एक बडी सी श्रृंखला में मूल्य बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। व्यापार और अर्थशास्त्र में, दो सबसे आम प्रकार की पूंजी वित और मानव हैं।

एक व्यवसाय की पूंजी वह धनराशि है जो इसके पास अपने भविष्य के विकास को निधि देने के लिए और अपने दिन-प्रतिदिन के कार्यों के भुगतान के लिए उपलब्ध है।

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