बच्चों का आधार कैसे बनवाएं? पूरी जानकारी हिन्दी में

बच्चों का आधार कैसे बनवाएं?

📌 Table of Contents

  1. बच्चों का आधार कार्ड क्या है?
  2. बच्चों का आधार क्यों जरूरी है?
  3. बच्चों के आधार की आयु सीमा
  4. आधार के लिए जरूरी दस्तावेज
  5. माता-पिता के आधार से लिंक
  6. आधार नामांकन केंद्र कैसे चुनें?
  7. नामांकन प्रक्रिया
  8. 0–5 वर्ष बच्चों के बायोमेट्रिक नियम
  9. 5 और 15 वर्ष पर अपडेट के नियम
  10. स्टेटस व आधार डाउनलोड

1. बच्चों का आधार कार्ड क्या है?

बच्चों का आधार कार्ड एक यूनिक आइडेंटिटी नंबर होता है, जिसे UIDAI द्वारा जारी किया जाता है। यह बच्चों की पहचान को प्रमाणित करने के लिए उपयोग किया जाता है। जैसे बड़े लोगों के लिए आधार जरूरी है, वैसे ही आज के समय में बच्चों के लिए भी आधार एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है।

0 से 5 साल के बच्चों का आधार Baal Aadhaar कहलाता है और इसमें उनका बायोमेट्रिक नहीं लिया जाता। इस आधार कार्ड में बच्चे की पहचान मुख्य रूप से परिवार के दस्तावेजों पर आधारित होती है। इसके कारण यह प्रक्रिया बेहद सरल और आसानी से पूरी की जा सकती है।

UIDAI द्वारा छोटे बच्चों के आधार के लिए कुछ विशेष व्यवस्था की गई है ताकि उन्हें कोई असुविधा न हो। यह प्रक्रिया माता-पिता की उपस्थिति में ही होती है और सभी जानकारी सत्यापित दस्तावेजों के आधार पर दर्ज की जाती है। 

example aadhar card image

आधार कार्ड बच्चे के बढ़ते उम्र के साथ समय-समय पर अपडेट भी किया जाता है ताकि उनकी बायोमेट्रिक जानकारी सही तरीके से रिकॉर्ड रहे।

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2. बच्चों का आधार क्यों जरूरी है?

बच्चों का आधार कई सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए जरूरी होता है। आजकल स्कूल एडमिशन से लेकर स्वास्थ्य योजनाओं तक, कई जगह बच्चे का आधार कार्ड मांगा जाता है। इसलिए माता-पिता के लिए यह अनिवार्य दस्तावेज बन गया है।

सरकारी योजनाओं जैसे टीकाकरण, आंगनवाड़ी सेवाएं, राशन कार्ड में बच्चे का नाम जोड़ना आदि में आधार की आवश्यकता होती है। इसी कारण इसे समय पर बनवाना बहुत लाभदायक साबित होता है।

आधार कार्ड होने से बच्चे की पहचान का रिकॉर्ड डेटाबेस में सुरक्षित रहता है। इससे भविष्य में किसी भी दस्तावेज़ी प्रक्रिया में परेशानी नहीं होती और यह एक स्थायी पहचान प्रमाण बनकर काम करता है।

इसके अलावा, आधार कार्ड की मदद से डिजिटल सुविधाओं तक पहुंच बढ़ जाती है, जिससे माता-पिता और बच्चे दोनों को फायदा मिलता है।

3. बच्चों के आधार की आयु सीमा

UIDAI के अनुसार 0 से 5 वर्ष की आयु वाले बच्चों का आधार अलग प्रक्रिया से बनाया जाता है। इस आयु में बच्चे की बायोमेट्रिक जानकारी नहीं ली जाती और केवल फोटो तथा माता-पिता के दस्तावेजों के आधार पर काम पूरा होता है।

जब बच्चा 5 वर्ष का हो जाता है, तब उसका बायोमेट्रिक अपडेट करना जरूरी होता है। इसमें फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन लिया जाता है। यह अपडेट अनिवार्य है और अगर नहीं किया जाए तो आधार अस्थायी रूप से निष्क्रिय हो सकता है।

15 वर्ष की आयु पर एक बार फिर बायोमेट्रिक अपडेट करवाना आवश्यक होता है। इस बार की जानकारी स्थायी रूप से बच्चे के रिकॉर्ड में दर्ज होती है।

UIDAI समय-समय पर बच्चों के आधार अपडेट के नियमों में बदलाव कर सकता है, इसलिए माता-पिता को इस प्रक्रिया की जानकारी पहले से रखना चाहिए।

4. बच्चों के आधार के लिए जरूरी दस्तावेज

0 से 5 वर्ष के बच्चों के लिए किसी पहचान प्रमाण की जरूरत नहीं होती। केवल जन्म प्रमाण पत्र या अस्पताल द्वारा जारी जन्म से जुड़े दस्तावेज पर्याप्त होते हैं। इसके साथ माता-पिता का आधार कार्ड जरूरी होता है।

अगर जन्म प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं है, तो अन्य पहचान व पते का प्रमाण माता-पिता के दस्तावेजों से सत्यापित किया जा सकता है। इस सुविधा से माता-पिता को आसानी होती है क्योंकि कई बार जन्म प्रमाण पत्र बाद में बनता है।

स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए स्कूल आईडी भी दस्तावेज के रूप में स्वीकार की जा सकती है। यह विकल्प उन बच्चों के लिए है जिनकी उम्र 5 वर्ष या इससे अधिक है।

दस्तावेजों की सही प्रतिलिपि और आवश्यकता अनुसार फोटो साथ ले जाना भी जरूरी होता है ताकि प्रक्रिया में देरी न हो।

5. माता-पिता के आधार से बच्चे के आधार का लिंक

0 से 5 वर्ष की उम्र के बच्चों के आधार में माता-पिता का आधार लिंक किया जाता है। इससे बच्चे की पहचान सत्यापित मानी जाती है और UIDAI उसे आधिकारिक रूप से वैध मानता है।

आधार लिंक करने का मुख्य उद्देश्य बच्चे और माता-पिता के संबंध की पुष्टि करना होता है। यह प्रक्रिया सरल और बिना किसी अतिरिक्त दस्तावेज़ के पूरी हो जाती है।

माता-पिता में से किसी एक का आधार अनिवार्य रूप से लिंक किया जाता है। सामान्यतः मां का आधार लिंक करना अधिक उपयुक्त माना जाता है क्योंकि जन्म के तुरंत बाद मां की पहचान आसानी से सत्यापित की जा सकती है।

एक बार लिंक होने के बाद जब बच्चा 5 वर्ष व 15 वर्ष का होता है, तब अपडेट प्रक्रिया में दोबारा बायोमेट्रिक जानकारी दर्ज की जाती है।

6. आधार नामांकन केंद्र कैसे चुनें?

UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर निकटतम आधार नामांकन केंद्र खोजा जा सकता है। वेबसाइट पर पिन कोड डालकर पास के सरकारी या निजी नामांकन केंद्र की जानकारी मिल जाती है।

माता-पिता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि चयनित केंद्र में बाल आधार की सुविधा उपलब्ध हो। सभी केंद्र बच्चों के लिए नामांकन नहीं करते, इसलिए पहले ही जानकारी प्राप्त करना आवश्यक होता है।

कई सरकारी अस्पतालों और आंगनवाड़ी केंद्रों में भी आधार नामांकन की सुविधा उपलब्ध होती है। इससे छोटे बच्चों का आधार बनवाना आसान हो जाता है।

केंद्र पर जाने से पहले वहां की भीड़ और समय की जानकारी ऑनलाइन चेक कर लेना भी उचित रहता है।

7. बच्चों के आधार का नामांकन प्रक्रिया

नामांकन केंद्र पर पहुंचने के बाद सबसे पहले माता-पिता के दस्तावेज़ सत्यापित किए जाते हैं। इसके बाद बच्चे की फोटो खींची जाती है, जो Baal Aadhaar कार्ड पर प्रदर्शित होती है।

इसके बाद बच्चे की जानकारी जैसे नाम, जन्म तिथि, माता-पिता का नाम, पता आदि दर्ज किया जाता है। यह जानकारी माता-पिता के दस्तावेजों के आधार पर भरी जाती है।

अंत में माता-पिता के आधार को बच्चे के आधार से लिंक किया जाता है और एक नामांकन स्लिप दी जाती है। इस स्लिप में नामांकन नंबर (Enrolment ID) होता है जिसे भविष्य में स्टेटस चेक करने के काम आता है।

पूरा प्रक्रिया करीब 10–15 मिनट में पूरी हो जाती है, और 1–3 सप्ताह के भीतर आधार कार्ड पोस्ट के माध्यम से भेज दिया जाता है।

8. 0–5 वर्ष के बच्चों के बायोमेट्रिक नियम

इस उम्र में बच्चों की उंगलियों और आंखों के बायोमेट्रिक स्थिर नहीं होते, इसलिए UIDAI इन्हें रिकॉर्ड नहीं करता। केवल फोटो और माता-पिता के दस्तावेज ही पर्याप्त माने जाते हैं।

बच्चों के आधार पर लिखा होता है कि बायोमेट्रिक जानकारी बाद में अपडेट की जानी है। इस जानकारी के आधार पर माता-पिता को भविष्य में अपडेट करवाना जरूरी होता है।

UIDAI ने छोटे बच्चों की सुरक्षा और सुविधा का ध्यान रखते हुए यह व्यवस्था की है। इससे नामांकन प्रक्रिया सुरक्षित और सरल रहती है।

जब बच्चा 5 वर्ष का होता है, तब उसे अनिवार्य रूप से बायोमेट्रिक अपडेट के लिए दोबारा केंद्र जाना पड़ता है।

9. 5 और 15 वर्ष पर आधार अपडेट

5 वर्ष पूरे होते ही बच्चे के बायोमेट्रिक जैसे फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन लिए जाते हैं। यह अपडेट करना जरूरी है वरना आधार अस्थायी रूप से गलत स्थिति में दिख सकता है।

15 वर्ष पर अंतिम बायोमेट्रिक अपडेट होता है जो वयस्क आधार की तरह स्थायी रूप से रिकॉर्ड किया जाता है। यह प्रक्रिया पूरी तरह निःशुल्क होती है।

इस अपडेट में सभी जानकारी की दोबारा जांच की जाती है, जिसमें नाम, जन्मतिथि और पता शामिल होता है। माता-पिता को दस्तावेजों की प्रतियां साथ ले जानी चाहिए।

एक बार यह अपडेट हो जाने के बाद बच्चे का आधार आगे किसी विशेष स्थिति में ही अपडेट किया जाता है।

10. बच्चों का आधार स्टेटस और डाउनलोड

नामांकन के बाद Enrolment ID की मदद से UIDAI वेबसाइट पर स्टेटस चेक किया जा सकता है। इसमें यह दिखता है कि आधार तैयार है या अभी प्रक्रिया में है।

स्टेटस दिखने के बाद आधार का डिजिटल संस्करण ऑनलाइन डाउनलोड किया जा सकता है। इसे e-Aadhaar कहा जाता है, जो भौतिक आधार कार्ड जितना ही मान्य होता है।

यदि पोस्ट के माध्यम से भेजा गया आधार देर से पहुंचे, तो डिजिटल आधार का प्रिंट निकालकर उपयोग किया जा सकता है। यह तुरंत उपलब्ध हो जाता है।

UIDAI द्वारा भेजा गया आधार पत्र आमतौर पर 2–3 सप्ताह के भीतर घर पहुंच जाता है। यदि देरी हो रही हो तो वेबसाइट से शिकायत भी दर्ज की जा सकती है।


📌 बच्चों के आधार से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेजों की सूची (Table)

उम्र दस्तावेज
0–5 वर्ष जन्म प्रमाण पत्र + माता-पिता का आधार
5–15 वर्ष बच्चे का स्कूल आईडी + पुराना आधार + माता-पिता का आधार
15 वर्ष से ऊपर बायोमेट्रिक अपडेट + एड्रेस प्रूफ

❓ FAQs – बच्चों का आधार कार्ड (10 प्रश्न-उत्तर)

1. क्या नवजात शिशु का आधार बन सकता है?
हां, जन्म के तुरंत बाद आधार बनाया जा सकता है।

2. क्या बायोमेट्रिक लिए बिना आधार बनता है?
0–5 वर्ष में केवल फोटो लेकर आधार बनाया जाता है।

3. क्या माता-पिता का आधार अनिवार्य है?
हां, कम से कम एक माता-पिता का आधार जरूरी है।

4. 5 साल पर अपडेट अनिवार्य है?
हां, बायोमेट्रिक अपडेट करना आवश्यक है।

5. आधार बनवाने में कितना समय लगता है?
10–15 मिनट की प्रक्रिया है। कार्ड 1–3 सप्ताह में आता है।

6. क्या आधार डाउनलोड किया जा सकता है?
हाँ, e-Aadhaar UIDAI से डाउनलोड किया जा सकता है।

7. क्या आधार अपडेट के लिए फीस लगती है?
5 और 15 वर्ष का अपडेट निःशुल्क है।

8. आधार नामांकन केंद्र कैसे खोजें?
UIDAI वेबसाइट पर पिनकोड डालकर खोज सकते हैं।

9. क्या आधार के बिना स्कूल एडमिशन मिलता है?
कई स्कूल आधार मांगते हैं, इसलिए यह जरूरी है।

10. आधार में सुधार कैसे करें?
किसी भी आधार केंद्र पर जाकर जानकारी अपडेट कराई जा सकती है।

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