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आरटी-पीसीआर का फुल फॉर्म क्या होता है | What is the full form of RT-PCR in hindi


आरटी-पीसीआर का फुल फॉर्म क्या होता है | What is the full form of RT-PCR in hindi 


आरटी-पीसीआर का फुल फॉर्म Reverse Transcription Polymerase Chain Reaction है। किसी भी व्यक्ति की रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन जांच यह पता लगाने के लिए की जाती है कि वायरस शरीर में मौजूद है या नहीं। इसके लिए व्यक्ति के रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट, थ्रोट स्वैब या नाक के पीछे वाले भाग से सैंपल लिया जाता है। इसकी रिपोर्ट आने में 12 से 24 घंटे का समय लगता है। 

What is the full form of RT-PCR in hindi

RT-PCR टेस्ट कैसे किया जाता है?
RT-PCR में ओरोफैरिन्जियल (मुंह) के अन्दर से लिए गए सैंपल को रुई के फाहे में लिया जाता है।

नेजोफैरिन्जियल ( नाक के अन्दर से लिए गए गया सैम्पल ) लेने का तरीका:-
1 :- लैब टेक्नीशियन के द्वारा आपके सिर को पीछे की तरफ ( लगभग 70 डिग्री ) करने के लिए बोला जाता है।

2 :- अब लैब टेक्नीशियन के द्वारा एक स्वैब स्टिक आपके नाक के अन्दर डाला जाता है। स्वैब स्टिक आपके नाक के बेस तक आसानी से पहुंच जाना चाहिए।

3 :- स्वैब स्टिक को कुछ पल के लिए नाक में ही रखा जाता है ताकि वह नाक में से किसी भी स्त्राव को ले सकें।

4 :- स्वैब स्टिक को घुमाते हुए धीरे धीरे बाहर निकाल लिया जाता है।

5 :- इस तरह से लिए गए स्वैब को साफ और रोगाणुहीन जार में रख कर लैब में भेजा जाता है।

ओरोफैरिन्जियल (मुंह) के अन्दर से लिए गए सैंपल को भी इसी प्रकार लिया जाता है।

RT-PCR KA FULL FORM = Reverse Transcription Polymerase Chain Reaction


RT-PCR टेस्ट क्यों किया जाता है?
1 :- शरीर में मौजूद किसी खास तरह के वायरस जैसे इन्फ्लूएंजा, साॅर्स सीओवी2 या कोविड 19 का पता लगाने के लिए।

2 :- खून में  हो रहे आरएनए में कैंसर अथवा ट्यूमर का पता लगाने के लिए।

3 :- कुछ खास तरह की जेनेटिक बिमारियों का पता लगाने के लिए।

भारत में महामारी की शुरुआत के बाद से ही COVID-19 संक्रमण की जाँच के लिए RT-PCR (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन) टेस्ट की सबसे ज़्यादा मांग हैं। कई विशेषज्ञ इसे मानव कोशिकाओं में कोविड-19 वायरस का पता लगाने के लिए सबसे प्रभावी परीक्षण मानते हैं।

देश के विभिन्न हिस्सों में संक्रमण फैलने के बाद RT-PCR परीक्षण, संक्रमण के प्रसार की जाँच करने और संक्रमितों, विशेष रूप से यात्रियों के बीच संक्रमितो की पहचान करने का आदर्श बन गया।

RT-PCR परीक्षण कोरोनावायरस के तीव्र संक्रमण का पता लगा सकता है लेकिन यह नहीं बता सकता कि क्या कोई व्यक्ति COVID -19 से रिकवर हुआ है या वह अतीत में कोविड-19 से संक्रमित था।

इस परीक्षण में, व्यक्ति से स्वैब के माध्यम से डीएनए की एक छोटी मात्रा ली जाती है। स्वाब या तो नासोफेरींजल या ऑरोफरीन्जियल हो सकता है, जिसका अर्थ है कि इसे नाक और गले दोनों से नमूना लिया जा सकता है।

यह नमूना आरटी-पीसीआर परीक्षण के लिए भेजा जाता है, जिसमें आरएनए को वायरल डीएनए में बदलने के कई चरण शामिल हैं। यह परीक्षण COVID-19 संक्रमण की जांच के लिए विशिष्ट है। यदि किसी व्यक्ति का सकारात्मक परीक्षण आता है, तो इसका मतलब है कि उनको COVID-19 है।

निजी लैब और सरकारी सुविधाएं नमूने लेने की प्रक्रिया करती हैं और ग्राहकों के साथ रिपोर्ट साझा करती हैं और साथ ही नमूना संग्रह के 24 घंटे के भीतर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के पोर्टल पर रिपोर्ट अपडेट करती हैं।

इस पोस्ट में हमने rt pcr test ka full form अथवा
rt pcr ka full form = Reverse Transcription Polymerase Chain Reaction के बारे में हिन्दी में जानकारी दी गई है। किसी अन्य जानकारी के लिए कृपया कमेन्ट जरूर करें।

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